इस बजट से झारखंड निर्माण के सपने पूरे नहीं होंगे: राजेश यादव
इस बजट से झारखंड वासियों को कोई विशेष फायदा होने वाला नहीं है
उन्होंने कहा कि बजट में झारखंड के सबसे प्रमुख सवाल, बेरोजगारी और पलायन रोकने के लिए ठोस उपायों सहित बेरोजगारों के लिए मुकम्मल बेरोजगारी भत्ता, किसानों की उपज के लिए बेहतर कीमत की गारंटी, मजदूरों के लिए सम्मान व सुरक्षा पूर्वक मजदूरी की गारंटी के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए भी बुनियादी उपायों का अभाव है।
गिरिडीह: झारखंड सरकार द्वारा पेश किए गए करीब 1.45 लाख करोड़ के बजट से ऐसा नहीं लगता कि, इससे झारखंड निर्माण के असल सपनों को पूरा करने की दिशा में कोई ठोस उपलब्धि हासिल हो पाएगी। उक्त बाते पूर्व जिप सदस्य सह फॉरवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव ने कहा। उन्होंने कहा कि बजट में झारखंड के सबसे प्रमुख सवाल, बेरोजगारी और पलायन रोकने के लिए ठोस उपायों सहित बेरोजगारों के लिए मुकम्मल बेरोजगारी भत्ता, किसानों की उपज के लिए बेहतर कीमत की गारंटी, मजदूरों के लिए सम्मान व सुरक्षा पूर्वक मजदूरी की गारंटी के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए भी बुनियादी उपायों का अभाव है। इसलिए महज जोड़-घटाव की कवायद रूपी इस बजट से झारखंड वासियों को कोई विशेष फायदा होने वाला नहीं है।
समृद्ध डेस्क (Samridh Desk), समृद्ध झारखंड का आधिकारिक संपादकीय विभाग है — जो निष्पक्ष, पारदर्शी और सामाजिक जागरूक पत्रकारिता के लिए समर्पित है। हम अनुभवी संपादकों, रिपोर्टरों, डिजिटल संवाददाताओं और कंटेंट राइटर्स की टीम हैं, जो सत्य और जिम्मेदारी की भावना से समाज के मुद्दों को सामने लाने का कार्य करती है।
समृद्ध डेस्क के नाम से प्रकाशित हर लेख हमारी निष्ठा, ईमानदारी और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है।
हम हर खबर को तथ्यों, निष्पक्षता और जनहित के दृष्टिकोण से प्रस्तुत करते हैं — ताकि पाठकों को केवल सूचना नहीं, बल्कि सच्चाई का पूरा चित्र मिले।
